महेश्वर जो की7वीं क्लास में पढ़ने वाला एक लड़का था और खुशी जो कि मैं 7वीं क्लास में पढ़ने वाली एक लड़की थी
बबचपन
महेश्वर और ख़ुशी एक ही स्कूल में पढ़ने वाले दो बच्चे थे महेश्वर और ख़ुशी स्कूल में एक दूसरे के बहुत अच्छे दोस्त थे महेश्वर और ख़ुशी डोनॉन ही एक ही कॉलोनी में रहते थे दोनो सुबह एक साथ स्कूल जाते थे और एक दिन भर एक साथ ही खेलते थे
भावनाएँ
दोनो एक दूसरे के साथ खेलते रहते थे दोनों को एक दूसरे की मानो आदत सी हो गई थी साथ स्कूल जाना साथ खेलना धीरे-धीरे डोनों एक दूसरे को खुश करने की हर मुमकिन कोशिश करते थे अगर दोनों में से एक भी नाराज़ हो जाये तो दूसरा मनाता था धीरे-धीरे दिन निकलते गए
खटपट
धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती के चर्चे अपनी पूरी कॉलोनी में होने लगे लेकिन दोनों को इन सब बातों का ह इतना ज्ञान नहीं था दोनों ही अपनी मस्ती में मस्त रहते थे धीरे-धीरे बाकी बच्चे जो कि उनसे बैठे थे उनको चिढ़ाने और परेशान करने लग गए लेकिन उनको इस चीज़ से कोई मतलब नहीं था
दोस्ती का प्यार बदलना
जैसे जैसे वह बड़े होते गए टाइम के साथ उन दोनों में एक दूसरे के लिए प्यार हो गया आगे जाकर दोनो ने एक ही कॉलेज में एडमिशन लिया और दोनो अच्छी-अच्छी नौकरी हासिल कर ली और बुरे में आकर अपने बचपन की दोस्ती को एक रिश्ते में बदल दिया
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